कुख्यात गैंग के फरार चल रहे 25 हजार के इनामी सरगना को पौड़ी पुलिस ने पटना से किया गिरफ्तार
अभियुक्त पर बिहार समेत अन्य राज्यों के थानों में हत्या, जबरन वसूली जैसे दर्जनों आपराधिक मामले हैं दर्ज
कोटद्वार। 20 नवंबर 2023 को तहसीलदार यमकेश्वर श्रीमती सुधा डोभाल द्वारा थाना यमकेश्वर में दी गई तहरीर में बताया कि तहसील यमकेश्वर के सरकारी खाते की चैक बुक से कुछ अज्ञात लोगों द्वारा 13 कूटरचित चैक विभिन्न खाता धारकों के खातों में लगाकर 11 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई हैं।
उक्त मामले में पुलिस ने 26 जनवरी 2024 को अभियुक्त निहाल सिन्हा पुत्र बच्चू सिह एवं अभियुक्त रोहित राज पुत्र मनोज कुमार को पटना के थाना कंकरबाग क्षेत्र के चांदमारी चौक से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। अभियोग में मुख्य आरोपी ग्राम हुसेना, मेदनी चौक, थाना व जिला लखीसराय, बिहार निवासी गैंग लीडर गोरे लाल यादव उर्फ दीपक कुमार उर्फ गोरखा पुलिस को लगातार चकमा देकर अपने ठिकाने बदलकर फरार चल रहा था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा थानाध्यक्ष यमकेश्वर के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित कर फरार अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश पर गठित पुलिस टीम द्वारा सर्विलान्स की मदद से काफी प्रयासों के बाद अभियुक्त के बिहार में होने की जानकारी प्राप्त हुई। अभियुक्त काफी शातिर किस्म का ठग और अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिये लगातार अपना नाम और ठिकाने तथा मोबाइल नम्बर बदल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। पौड़ी पुलिस द्वारा गैंग लीडर गोरे लाल यादव को आज कदमकुवा थाना, पटना बिहार से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के विरूद्ध बिहार के कई थानों में हत्या, जबरन वसूली जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। अभियुक्त का पेशा लोगों को डरा धमकाकर जबरन वसूली करना है। पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि मैं और मेरे गैंग के सदस्य बैंकों से सरकारी निकायों/कार्यालयों के चैक/खाता संख्या आदि की जानकारी लेकर उनके फर्जी चैक बुक/उक्त खातों की चैक बुक का क्लोन बनाकर विभिन्न/फर्जी खातों में लगाकर पैसा निकाल लेते हैं तथा उन पैसों को आपस में बांट लेते है। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष यमकेश्वर उमेश कुमार, सीआईयू प्रभारी कोटद्वार कमलेश शर्मा, सीआईयू अपर उपनिरीक्षक अहसान, अपर उपनिरीक्षक मुनेश थाना यमकेश्वर शामिल थे।