ओटीपी मांगकर साइबर धोखाधड़ी करने वाले एक ठग को पुलिस ने किया गिरफ्तार

 ओटीपी मांगकर साइबर धोखाधड़ी करने वाले एक ठग को  पुलिस ने किया गिरफ्तार

कोटद्वार। जनपद में साइबर धोखाधड़ी में अब तक 38 अभियोग पंजीकृत कर 28 साइबर ठगों पर पौड़ी पुलिस कर चुकी कड़ी कार्यवाही साथ ही 01 करोड़ रुपये की धनराशि पीडितों को करायी गयी वापस।


कोतवाली से प्राप्त जानकारी के अनुसार वादी मनोज शर्मा निवासी- कोटद्वार के द्वारा कोतवाली में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया जिसमें उनके द्वारा अंकित किया गया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा ओटीपी मांगकर मेरे बैंक खाते से 1 लाख 3 हजार रुपये की ऑनलाइन धोखाधडी की गई है। इस शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर कोतवाली कोटद्वार में मु0अ0सं0-110/2025, धारा- 318(4) बीएनएस बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह द्वारा आमजनमानस के साथ हो रही धोखाधड़ी की घटनाओं को गम्भीरता से लेते हुये इस सम्बन्ध में त्वरित कार्यवाही करने के साथ-साथ अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने हेतु निर्देशित किया गया।
जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक चन्द्र मोहन सिंह एवं क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन तुषार बोरा के पर्यवेक्षण व प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार रमेश तनवार के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया।गठित पुलिस टीम द्वारा कुशल सुरागसी-पतारसी, बैंक खातों की डिटेल व अन्य जांच की गई जिसमें यह तथ्य प्रकाश में आया कि साइबर धोखाधडी की यह रकम दिल्ली के आस पास कई बैंक खातों में ट्रांसफर हो रखी है इन खातों से सम्बन्धित खाता धारक को जब ट्रेस किया गया तो वह दिल्ली व उसके आस पास निवासरत होना पाया गया लेकिन अभियुक्त शातिर किस्म का होने का कारण लगातार अपने ठिकाने व मोबाइल नम्बर बदल रहा था जिस कारण अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त में नही आ पा रहा था। पुलिस द्वारा किये लगातार अथक प्रयासों व कुशल पतारसी-सुरागरसी कर उक्त धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देने वाले अभियुक्त के ठिकानों पर दबिश दी गई जिसमें सफलता हासिल करते हुए मुकदमा उपरोक्त में संलिप्त अभियुक्त सुहेल खान को बुलन्दशहर से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारशुदा अभियुक्त को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।
पुछताछ का विवरण।
अभियुक्त द्वारा पूछताछ में बताया कि वह 12 वीं कक्षा तक पढा लिखा है एवं वैल्डिंग के साथ साथ आनलाईन बैंक खाते खोलकर लोगों से साइबर ठगी कर धोखाधडी करता हूं जिसके लिये मैं अक्सर दिल्ली में ही अपने पते बदल-बदल कर रहता हूं। मैं आनॅलाईन ठगी का काम पिछले एक साल से कर रहा हॅू मेरे द्वारा अलग अलग बैंकों में 22 से अधिक खाते खोलें गए हैं और ठगी करने के बाद मैं ठगी की रकम इन खातों में ट्रांसफर कर देता हूं और अपना मोबाइल नंबर बंद कर देता हूं मैं अपने गॉव मे कम ही रहता हूं व दिल्ली मे ठिकाने बदल बदलकर रहता हूं। मैंने लोगों से साइबर ठगी करने सम्बन्धी प्रशिक्षण भी लिया गया है। मेरे द्वारा जानबूझकर अम्बेडनगर, संगम बिहार, नई दिल्ली आदि जगहों का अपने बैंक खाते मे पता दिया गया था इन पते पर मैं नही रह रहा था जिससे कि पुलिस भी मुझे पकड़े न सके।
नोट।
जनपद पुलिस द्वारा वर्ष 2025 में जनवरी से लेकर अब तक धोखाधड़ी व साइबर धोखाधड़ी में कुल 38 अभियोग पंजीकृत कर 18 साइबर ठगों को विभन्न प्रदेशों से गिरफ्तार करने के साथ ही 10 साइबर ठगों के विरुद्ध 35 (3) बीएनएस के तहत कार्यवाही की गयी। साथ ही लगभग 01 करोड रुपये की धनराशि साइबर पीडितों के खातों में वापस करायी गयी है। साइबर अपराधियों के विरुद्ध पौड़ी पुलिस का अभियान लगातार जारी है।*
पुलिस टीम में।
1.उप निरीक्षक प्रद्युम्न नेगी
2.आरक्षी आशीष बिष्ट
3.आरक्षी अमरजीत सिंह -साइबर सेल
4.आरक्षी अरविंद राय- साइबर सेल शामिल थे।

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