लोगों को डरा धमकाकर कुल 16.35 लाख की धोखाधड़ी करने वाले एक शातिर ईनामी अपराधी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

कोटद्वार। पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है जिसने एक महिला के परिजनों को जान से मारने व युवक को फर्जी वीजा के नाम पर डराकर की थी धोखाधड़ी ।कोतवाली से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरती बेलवाल निवासी-जौनपुर कोटद्वार द्वारा कोतवाली कोटद्वार में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें उनके द्वारा अंकित किया गया कि एक मोबाइल नंबर
(9568891963) से मुझे व्हाट्सऐप कॉल आया जिसमें कॉलर द्वारा मेरे बच्चे और मेरे पति को जान से मार देने की धमकी दी।
कॉलर द्वारा लगातार कई दिनों तक कॉल करके मुझे डराया धमकाया गया और मुझसे पैसे की मांग की। जिससे मैं बहुत डर गई और मैंने अपने घर में रखी जैलरी को बेचकर व इधर-उधर से पैसो की व्यवस्था कर अज्ञात कॉलर को यूपीआई व खाते में ट्रंसफर के माध्यम में कुल 06 लाख 90 हजार रूपये की धनराशि दे दी।
केसः-2
गणेश चौधरी निवासी बालासौढ कोटद्वार के द्वारा कोतवाली कोटद्वार पर शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें उनके द्वारा अंकित किया गया कि उसका भाई विदेश में नौकरी करता है। वादी को किसी अज्ञात द्वारा वादी के भाई का वीजा समाप्त होने का झांसा देकर व डराकर कुल 09 लाख 45 हजार रुपये की धनराशि ठग ली गई है।
उक्त शिकायती प्रर्थना पत्रों के आधार पर कोतवाली कोटद्वार में क्रमशः मु0अ0 सं0-50/2025, धारा- 314(4) बी.एन.एस एवं मु0अ0स0-138/2025, धारा- 318(4) बीएनएस अभियोग पंजीकृत किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह द्वारा आमजनमानस के साथ डरा धमकाकर हो रही धोखाधड़ी की घटनाओं को गम्भीरता से लेते हुये इस सम्बन्ध में त्वरित कार्यवाही करने के साथ-साथ अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने हेतु निर्देशित किया गया।
जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक चन्द्र मोहन सिंह एवं क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन तुषार बोरा के पर्यवेक्षण व प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार रमेश तनवार के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित पुलिस टीम द्वारा कुशल सुरागसी-पतारसी तथा विवेचनात्मक कार्यवाही के दौरान बैंक खातों की डिटेल व अन्य जांच की गई जिसमें यह तथ्य प्रकाश में आया कि उक्त दोनों साइबर धोखाधड़ी की घटनाओं को एक ही साइबर गैंग द्वारा अंजाम दिया गया है जिसमें एक मुख्य अभियुक्त साजिद खान (उम्र 20 वर्ष) निवासी- चंपारण बिहार की पहचान पुलिस टीम द्वारा की गई। पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु प्रयास किया जा रहा था लेकिन अभियुक्त शातिर किस्म होने के चलते गिरफ्तारी से बचते हुए लगातार फरार चल रहा था व लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय पौड़ी द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु 10,000/- रू0 का ईनाम भी घोषित किया गया था। पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु लगातार किये जा रहे अथक प्रयासों व जुटाई गयी विशेष जानकारी के परिणामस्वरूप अभियुक्त साजिद खान को दिनांक 24.06.2025 को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस टीम में।
1.उपनिरीक्षक राजविक्रम सिंह
2.अपर उपनिरीक्षक दीपक अरोड़ा
3.मुख्य आरक्षी करण कुमार।
4.मुख्य आरक्षी सतेन्द्र कुमार। शामिल थे।