बेस अस्पताल के निरीक्षण में बोले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, डॉक्टरों की कमी से जनता परेशान

कोटद्वार। उत्तराखंड के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने आज राजकीय चन्द्र मोहन सिंह नेगी अस्पताल (बेस अस्पताल) कोटद्वार का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की और अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
मरीजों ने अस्पताल में डॉक्टरों और विशेषज्ञों की भारी कमी, सुविधाओं के अभाव और इलाज में आने वाली कठिनाइयों को साझा किया। उन्होंने उनकी बात गंभीरता से सुनी और कहा कि यह स्थिति बेहद दुखद और चिंताजनक है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि 16 दिसम्बर 2016 को कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत की मौजूदगी में उन्होंने स्वयं बेस अस्पताल कोटद्वार का लोकार्पण किया था।इसी अवसर पर –कोटद्वार मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास ,लालढांग–चिल्लरखाल मोटर मार्ग की स्वीकृति व शिलान्यास और कण्वाश्रम को वैदिक विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने का सपना भी रखा गया था।लेकिन सरकार बदलने के बाद ये सभी योजनाएँ अधूरी रह गईं।
“जिस उद्देश्य और सपनों के साथ अस्पताल का लोकार्पण और मेडिकल कॉलेज व सड़क का शिलान्यास हुआ था, आज सरकार उन्हें पूरा नहीं कर पाई है। कोटद्वार और आसपास के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ देने का सपना अधूरा रह गया है।”
पूर्व कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड सरकार सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि वे इस विषय को जल्द ही सरकार के सामने मजबूती से रखेंगे। उन्होंने मांग की कि बेस अस्पताल में डॉक्टरों व विशेषज्ञों की तत्काल नियुक्ति की जाए,मेडिकल कॉलेज की प्रक्रिया को गति दी जाए,और जिन योजनाओं का शिलान्यास हुआ था, उन्हें धरातल पर लाया जाए।