पौराणिक सिद्धपीठ सिद्धबाबा मंदिर में मूर्तियां की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भंडारे का किया आयोजन

कोटद्वार। सिद्धबली बाबा के मंदिर के साथ-साथ पौराणिक सिद्धपीठ सिद्धबाबा का मंदिर भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अपना विशेष महत्व रखता है सिद्धबाबा का मंदिर कोटद्वार के स्नेह क्षेत्र में से डेढ़ किलोमीटर ऊपर खड़ी चढ़ाई चढ़कर कर आता है।
स्थानीय नागरिकों ने बताया किया स्थानीय लोग दर्शन करने यह मंदिर परिषर में आते है और साथ ही जाते हैं उत्तर प्रदेश के बॉर्डर से लगे होने के कारण नजीबाबाद नगीना रायपुर बिजनौर के भक्त भी अपनी मनोकामना पूर्ण करवाने के लिए मंदिर में आते हैं
वही कोटद्वार के भक्तों में भी सिद्धबाबा मंदिर की बहुत मानता है वही आपको बताते चले कि आज सिद्ध बाबा मंदिर में मूर्तियां की प्राण प्रतिष्ठा के बाद संज्ञा क्षेत्र वासियों ने भंडारे का आयोजन भी किया।
जिसमें सैकड़ो की संख्या में भक्ति दर्शन करने पहुंचे और अपनी अपनी मनोकामना पूरी करने की गुहार लगाई वही समिति के सदस्य को कहना है कि जिस प्रकार यह दुर्गम क्षेत्र में मंदिर स्थित है।
यहां पानी की उपलब्धता न होने के कारण भक्तों को संज्ञा क्षेत्र से पानी लेकर मंदिर तक जाना पड़ता है वही समिति के सदस्य ने स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री से अपील की है।

कि मंदिर परिसर के पास पानी की उपलब्धता तथा डेढ़ किलोमीटर खड़ी चढ़ाई होने के कारण बुजुर्ग और दिव्यांग लोग जो दर्शन करने नहीं पहुंच पाते हैं उनके लिए रोपवे की निर्माण की गुहार मुख्यमंत्री से लगाई है।