CISF का जवान बनकर फर्नीचर बेचने के नाम पर ठगी करने वाला ईनामी अपराधी गिरफ्तार कप्तान श्वेता चौबे के कुशल निर्देशन का दिख रहा असर
पौड़ी। बीते 17 अक्टूबर लीलावती देवी पत्नी हरिवंश सिंह नेगी, निवासी-खण्ड मल्ला, पैठाणी द्वारा थाना पैठाणी पर रिपोर्ट दर्ज करायी कि मेरे पति ने 22 सितंबर को फेसबुक पर एक फर्नीचर बेचने का विज्ञापन देखा, जिस पर मो0न0-9024984481अंकित था। चूँकि हमें फर्नीचर की आवश्यकता थी, जिस कारण मेरे पति ने अपने मोबाइल से उक्त मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया तो उसने अपना नाम सुमित कुमार बताकर कहा कि मैं CISF दिल्ली में नौकरी करता हूँ, मेरा ट्रांसफर अण्डमान निकोबार हो गया है, जिस कारण मैं अपना फर्नीचर, टीवी, ए.सी. बेचना चाहता हूँ, जिसकी कीमत रु0 50,000/- है। मेरे पति द्वारा सामान लेने की इच्छा जताते हुये उसके बताये अनुसार उसके भिन्न-भिन्न खातों में कुल रु0 4,31,237/- डाले। उसके बाद उसके द्वारा ना ही फोन उठाया गया और ना ही फर्नीचर दिया गया। अपना फर्जी नाम बताकर हमसे धोखाधड़ी की। वादिनी की प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर जनपद के थाना पैठाणी पर मु0अ0स0-14/2022, धारा- 420 भा0द0वि0 पंजीकृत कर विवेचना उपनिरीक्षक श्री रमेश जयाड़ा के सुपुर्द की गयी। अभियोग उपरोक्त का अभियुक्त गिरफ्तारी से लगातार बचकर वांछित चल रहा था। जिस कारण श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा वांछित अभियुक्त पर रु0 5000/- का ईनाम घोषित किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे द्वारा जनपद में वांछित/मफरूर/ईनामी अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं अपराध मुक्त जनपद व भय मुक्त समाज बनाने के प्रति गम्भीर हैं। जिसके क्रम में उक्त घटना के सफल अनावरण व ईनामी अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु शेखर चन्द्र सुयाल, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार के निर्देशन, प्रेमलाल टम्टा पुलिस उपाधीक्षक सदर पौड़ी एवं विभव सैनी, पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन के पर्यवेक्षण में पुलिस टीम व सी.आई.यू की संयुक्त टीम का गठन किया गया। अभियुक्त अपनी गिरफ्तारी से बार-बार बच रहा था व लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। अभियुक्त बेहद शातिर किस्म का अपराधी है जो सोशल साईट्स नाम बदलकर आमजन से धोखाधड़ी करता है। गठित टीम द्वारा अथक प्रयास एवं ठोस सुरागरसी पतारसी कर घटना के त्वरित अनावरण हेतु मुखबिरों को सक्रिय कर इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से सूचना संकलन के आधार पर अभियोग उपरोक्त में संलिप्त वांछित ईनामी अपराधी परवेज को जनपद हरियाणा से गिरफ्तार किया गया। दौराने विवेचना विवेचक द्वारा साक्ष्यों के आधार पर धारा-420/120बी भा0द0वि0 एवं 66 (c), 66 (d) IT Act की वृद्धि की गयी। अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
पूछताछ का विवरणः-*
अभियुक्त परवेज ने पूछताछ में बताया कि मेरे द्वारा फेसबुक पर भिन्न-भिन्न नामों से फर्जी आई0 डी0 बनाकर लोगों से पैसों की धोखाधड़ी की जाती है। इस घटना में उसके साथ अमजद खान, जो कि मेरे चाचा का लड़का है व नाजिम जो अमजद खान साला है शामिल थे। उसके द्वारा इस मामले में CISF सुमित कुमार के नाम से फर्जी फेसबुक आई0डी0 बनाई गयी, जिसमें उनके द्वारा फर्नीचर का विज्ञापन दिखाकर उनसे धोखाधड़ी की गयी। अभियुक्त ने यह भी बताया इसी प्रकार की धोखाधड़ी करना हमारा पेशा है जो हम अन्य लोगों से भी करते हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की आम जनमानस से अपीलः-*
◆ किसी अज्ञात व्यक्ति के कॉल और मैसेज से सावधान रहें।
◆ किसी को भी अपना Password, OTP, CVV शेयर ना करें।
◆ अंजान लिंक, ऑनलाइन जॉब्स आफर से सम्बन्धित लिंक पर क्लिक ना करें।
◆ अंजान QR Code स्कैन ना करें।
◆ जागरूक बनें एवं अन्य व्यक्तियों को भी जागरूक करें।
◆ यदि कोई भी व्यक्ति ठगी का शिकार होता है तो तत्काल नजदीकी थाना एवं साईबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें।