क्या कांग्रेस पार्टी सिर्फ परिवार के हितों की पार्टी बनकर रह जायेगी
क्या कांग्रेस पार्टी सिर्फ परिवार के हितों की पार्टी बनकर रह जायेगी
कोटद्वार।कांग्रेस पार्टी सिर्फ और सिर्फ परिवार के हितों की पार्टी बनकर रह गई है. इस पार्टी में रहकर यदि कोई परिवार के सदस्यों से कोई सवाल पूछता है तो उसे भाजपा का एजेंट साबित कर दिया जाएगा. मतलब साफ है कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ एक परिवार की जागीर बनकर रह गई है. जिसका सबूत आप केंद्र सरकार से लेकर कोटद्वार में भी देख सकते है । कोटद्वार में भी पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी जी ने नगर निगम के चुनाव में अपने परिवार को ही ज्यादा महत्व दिया जिसपर उन्होंने अपनी धर्मपत्नी को मेयर का टिकट दिलाकर और कांग्रेस और कई दिग्गज महिलाओं को मेयर बढ़ने की दौड़ से बाहर का रास्ता दिखाया और और विधानसभा चुनाव में भी वह खुद विधायक के टिकट का अपने आप को प्रबल दावेदार मानते है इसे भी कोटद्वार में कई युवा व वरिष्ट नेता भी अपने विधायक बनने के सपने को सपना बनते देख रहे है
सियासत और मतलब का आपस में बड़ा ही गहरा संबंध है, इसके लाखों उदाहरण मौजूद हैं. इस बीच कांग्रेस पार्टी में मची राजनीतिक कलह इस बात का एक बड़ा सबूत है कि ये पॉलिटिक्स मतलबियों का सबसे बड़ा ठिकाना है. सालों से कांग्रेस पार्टी सिर्फ और सिर्फ एक परिवार की कठपुतली बनकर रह गई है. जिसे आज खुद गांधी परिवार के सदस्यों ने सिद्ध कर दिया है.