वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे के निर्देशन में पुलिस ने रखा नशामुक्ति का कार्यक्रम
कोटद्वार। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे के कुशल नेतृत्व में कस्बा कोटद्वार के नगर निगम हाल में अलग- अलग स्कूल से आए छात्र और छात्राएं एवम स्थानीय जनता महिला/ पुरुषों को मादक पदार्थों जैसे स्मैक,चरस, गांजा आदि मन प्रभावी के विरुद्ध अपर पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल के द्वारा बताया गया की नशा मुक्ति का मिशन केवल पुलिस के द्वारा दूर नहीं किया जा सकता नशा एक बुरी सामाजिक बीमारी है। जिस तरीके से हम किडनी के मरीज का इलाज कराते है।
उसी प्रकार नशे के चपेट में आए व्यक्ति का इलाज कराकर उसे मुख्यधारा में ला सकते है तथा क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन श्री विभव सैनी के द्वारा भी यह बताया गया की यदि हम लोग अपने जीवन में किसी एक बालक या 10 बालकों को नशे से मुक्ति करा सकते है तो अपने अपने जीवन में कुछ काम किया। सबसे बड़ी बात है की इसमें आमजनता को जितना जागरूक किया जा सकता है तो उससे बेहतर तरीका नहीं हों सकता। तथा क्षेत्राधिकारी गणेश लाल कोहली के द्वारा नशे से युवाओं को कैसे मुक्त किया कराया जाए। उनको नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल करा सकते है, जागरुक किया गया।
सीमा पांडे के नेतृत्व में स्थानीय महिलाओं के द्वारा बहुत ही सुंदर नाटक की प्रस्तुति के द्वारा नशा कैसे घर परिवार को बर्बाद कर रहा है। उससे कैसे निजात पा सकते है।
स्थानीय वक्ताओं के द्वारा भी ड्रग्स से होने वाले युवाओं की बर्बादी को लोगों को बताया।
सुरेन्द्र ढालवाल,विभागाध्यक्ष, चिकित्सा एवम पुनर्वास तथा अनुसंधान विभाग, राष्ट्रीय दृष्टिदिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान देहरादून के द्वारा प्रोजेक्टर मूवी/ लेखों के द्वारा नशे की गिरफ्त के कारण और निवारण के संबंध में लोगों को जगरूक किया गया।
एएचटीयू शाखा कोटद्वार शाखा से अपर उपनिरीक्षक कृपाल सिंह व विद्या मेहता के द्वारा भी स्मैक जैसे नशे से मुक्ति के उपाय स्मैक से पीड़ित परिजनों की महिलाओं को बताकर सजग किया गया।
जो युवा ड्रग्स के आदि हो चुके है, काफी युवाओं की महिला सहायता केंद्र,थाना कोटद्वार में काउंसलिंग कराई गई।
कोटद्वार कोतवाली प्रभारी मणि भूषण श्रीवास्तव के द्वारा बताया कि यदि कोई व्यक्ति ड्रग्स विक्रेताओं के खिलाफ कोई सूचना दे सकता है तो वो सूचना को बिना किसी संकोच के दे। हम उनका नाम गुप्त रखेंगे। जनपद स्तर पर नशे संबंधी सूचनाएं को देने के लिए 7060470047 पर भी सूचना दे सकते है।
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स्थानीय जनता स्कूल के छात्र और छात्राओं एवम स्मैक जैसे नशे से पीड़ित परिजनों द्वारा उत्तराखंड जनपद पौड़ी पुलिस के इस नशे विरोधी जनजागरूकता अभियान और नशे की चपेट में आए युवाओं को परामर्श दिया गया भूरी भूरी प्रसंशा की गई।