उत्तर प्रदेश के 2 शातिर अभियुक्त सोनू और मोनू की जोड़ी को पुलिस ने तमंचों के साथ किया गिरफ्तार, उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी पहनकर भी लूटपाट की घटना को देते थे अंजाम, कई है मुकदमे दर्ज

कोटद्वार। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह को गोपनीय रुप से जानकारी प्राप्त हुई की कोटद्वार के आस-पास शामली, उत्तर प्रेदश के कुछ शातिर अभियुक्त घूम रहे हैं जो किसी घटना को अंजाम दे सकते है।
इस इनपुट पर एस.एस.पी द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक को तत्काल कोटद्वार के आस-पास सघन चैकिंग करने के लिए पुलिस टीम गठित करने हेतु निर्देशित किया गया।
इसी क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह के पर्यवेक्षण, क्षेत्राधिकारी निहारिका सेमवाल व क्षेत्राधिकारी ऑप्स तुषार बोरा के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस और सी.आई.यू की संयुक्त टीम द्वारा कोटद्वार के आस-पास लगातार सघन चैकिंग अभियान चलाया गया व सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी सदिग्धों पर नजर रखी गयी इसी दौरान बी.ई.एल रोड़ कोटद्वार में पुलिस टीम द्वारा चैकिंग के दौरान एक संदिग्ध कार को रोका गया जिसमें बैठे व्यक्तियों से पूछताछ की गयी तो यह दोनों वही संदिग्ध व्यक्ति निकले जिनके बारे में इनपुट प्राप्त हुआ था, इनमें से एक व्यक्ति उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी पहने हुआ था, इनकी तलाशी ली गयी तो इनके पास से दो तमंचे व जिन्दा कारतूस बरामद हुये दोनों अभियुक्तों सोनू उर्फ जोगिंदर व रविन्द्र उर्फ मोनू को बी.ई.एल रोड़ कोटद्वार से गिरफ्तार किया गया। जिनके विरुद्ध कोतवाली कोटद्वार पर मु0अ0स0-55/2025,धारा- 61(2), 205 बी.एन.एस व 3/25 आर्म्स एक्ट पंजीकृत किया गया। गिरफ्तारशुदा अभियुक्तों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेशकर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
अपराध करने का तरीका
अभियुक्तों द्वारा पूछताछ में बताया कि हम मोबाइल फोन में “ग्रिंडर एप्प (Grindr app)” प्रयोग कर होमो सेक्सुअल व गे (Gay) प्रकार के लोगों से एप्प के माध्यम से सम्पर्क कर अपने जाल में फंसाकर उन्हें सुनसान जगह में मिलने के लिए बुलाते है फिर उनसे सम्बन्ध बनाकर उनकी फोटो विडियो बना लेते हैं फिर उनमें से उनका साथी पुलिस की वर्दी में आकर उन्हें डरा धमका व ब्लैकमेल कर उनसे नगदी,ज्वैलरी आदि कीमती समान लूट लेते हैं। हम लोग अलग-अलग शहरों में जाकर इस एप्प के माध्यम से अपने आस-पास इस एप्प में रजिस्टर्ड लोगों से मिलने, दोस्ती करने या रोमांटिक सम्बन्ध बनाने हेतू सम्पर्क कर उन्हें फंसाते है औऱ फिर लूटपाट की घटना को अंजाम देते है।
पुलिस टीम में।
1. प्रभारी निरीक्षक रमेश तनवार
2. उपनिरीक्षक कमलेश शर्मा- प्रभारी सीआईयू
3. उपनिरीक्षक राज विक्रम
4. अपर उपनिरीक्षक सुशील चौधरी- सीआईयू कोटद्वार
5. अपर उपनिरीक्षक अहशान अली- सीआईयू कोटद्वार
6. मुख्य आरक्षी करण यादव
7. मुख्य आरक्षी संतोश कुमार- सीआईयू कोटद्वार
8. मुख्य आरक्षी उत्तम सिंह -सीआईयू कोटद्वार
9. मुख्य आरक्षी हेमन्त
10. आरक्षी हरीश लाल- सीआईयू कोटद्वार
11. आरक्षी दिनेश दिलवाल शामिल थे।