पुलिस ने 15 हजार इनामी अपराधी को किया गिरफ्तार, जाने- माने सांसी गैंग का है खास आदमी

 पुलिस ने 15 हजार इनामी अपराधी को किया गिरफ्तार, जाने- माने सांसी गैंग का है खास आदमी

कोटद्वार। बीते 27 अप्रैल को शारदा रावत पत्नी भरोसा सिंह रावत, निवासी-म0नं0 बी-47, गली नं0- 6 शीतला कालोनी, गुड़गांव, हरियाणा द्वारा अभियुक्त आकाश के विरुद्ध बैग से सोने का सेट व झुमके चोरी करने के सम्बन्ध में कोतवाली कोटद्वार में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी। रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली कोटद्वार पर मु0अ0सं0-119/2022, अन्तर्गत धारा-379 भा0द0वि0 बनाम आकाश पंजीकृत किया गया। मुख्यालय स्तर से राज्यभर में चलाए जा रहे वांछित/मफरूर/ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी अभियान के क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे द्वारा जनपद में वांछित/मफरूर/ईनामी अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं अपराध मुक्त जनपद व भय मुक्त समाज बनाने हेतु आदेशित किया था। जिसके क्रम में उक्त अभियोग के सफल अनावरण व ईनामी अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु शेखर चन्द्र सुयाल, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार के निर्देशन, गणेश लाल कोहली, पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार एवं विभव सैनी, पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन के पर्यवेक्षण में पुलिस टीम व सी.आई.यू की संयुक्त टीम का गठन किया गया। अभियुक्त अपनी गिरफ्तारी से बार-बार बच रहा था व लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। अभियुक्त सांसी गैंग का सदस्य है, यह गैंग पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि भिन्न-भिन्न जगहों पर सोने आदि जेवरातों की चोरी करता है। अभियुक्त बेहद शातिर किस्म का अपराधी है, जिस पर रु0 15,000/- का ईनाम घोषित किया गया था। गठित टीम द्वारा अथक प्रयास एवं ठोस सुरागरसी पतारसी कर घटना के त्वरित अनावरण हेतु मुखबिरों को सक्रिय कर इलेक्ट्रोनिक सर्विलांस से सूचना संकलन के आधार पर अभियोग उपरोक्त में लगभग 01 साल से फरार चल रहे सांसी गैंग के 15 हजारी ईनामी अपराधी मुकेश कुमार सांसी को पुलिस टीम द्वारा करतारपुर कालोनी, रोहतक, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त को माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
पुछताछ का विवरणः-
अभियुक्त मुकेश कुमार सांसी से पूछताछ की गयी तो दौराने पूछताछ अभियुक्त द्वारा बताया गया कि मैंने अपने साथी आकाश पुत्र रामकुमार व राजेन्द्र पुत्र कपूर चन्द्र के साथ मिलकर दिनांक 24.04.2022 को कोटद्वार बस अड्डे में एक महिला के गहने व सामान चुराया था, आकाश पूर्व में पुलिस द्वारा पकडा गया था, मैं व राजेन्द्र फरार हो गये थे। बाद में राजेन्द्र भी ऋषिकेश में चोरी में पकडा गया था हम लोग इसी प्रकार बस, ट्रेन आदि में लोगों के साथ चोरी की घटनायें करते हैं। ज्यादातर जेवरात आदि की चोरी करते है ।

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