वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे की सख्ती व दूरदर्शिता से पकड़े गये अग्निवीर भर्ती परीक्षा में फर्जी दस्तावेज बनाने वाले दो भाई 5 हजार का था इनाम 5 ही महीने से थे फरार
कोटद्वार। बीते 8 अगस्त को वादी लेखपाल श्री आशीष चंद केमनी, पट्टी सूखरो तहसील कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल ने कोतवाली कोटद्वार पर प्रथम सूचना रिर्पोट दर्ज करायी कि दिनांक 19.07.2022 को प्रवीण कुमार एवं दीपक पुत्रगण मंगल निवासी ग्राम-मानपुर, पट्टी सुखरो तहसील कोटद्वार द्वारा स्थायी निवास प्रमाण पत्र बनाये जाने हेतु आवेदन किया गया था, जिस पर दिनांक 20.07.2022 को उपरोक्त स्थायी निवास प्रमाण पत्र जारी किए गए। जांच के दौरान पता चला कि आवेदकों द्वारा खतौनी ग्राम मानपुर एवं विद्युत बिलों में छेडछाड़ एवं कूटरचना कर C.S.C (जन सेवा केन्द्र) में अपलोड किए गए। सरकारी दस्तावेजों में कूटरचना एवं छेड़छाड़ किए जाने पर वादी उपरोक्त की प्रथम सूचना रिर्पोट के आधार पर कोतवाली कोटद्वार में मु0अ0सं0-213/2022, धारा-420/467/468/471 भा.द.वि. पंजीकृत कर विवेचना उपनिरीक्षक श्री मेहराजुदीन के सुपुर्द की गयी। दौराने विवेचना खाता खतौनी, विद्युत बिलों में उपरोक्त दोनों अभियुक्तों द्वारा अपने पिता का नाम अंकित कर कूटरचना कर C.S.C (जन सेवा केन्द्र) में आवेदन कर तहसील कोटद्वार से स्थायी निवास प्रमाण पत्र बनवा कर अग्निवीर भर्ती में प्रयोग करना पाया गया। अभियोग उपरोक्त में अभियुक्त प्रवीण कुमार एवं दीपक कुमार फरार चल रहे थे। चूँकि प्रकरण सरकारी दस्तावेजों में छेड़-छाड़ से सम्बन्धित होने के कारण अभियुक्तों की गिरफ्तारी पुलिस के लिये चुनौती बनी थी।
वरिष्ठ पुलिस श्वेता चौबे द्वारा प्रकरण की गम्भीरता एवं संवेदनशीलता के दृष्टिगत फरार अभियुक्तों पर रू0 पांच-पांच हजार का ईनाम घोषित कर एक पुलिस टीम गठित करते हुये अभियुक्त प्रवीण कुमार एवं अभियुक्त दीपक कुमार की शीघ्र गिरफ्तारी करने हेतु निर्देशित किया गया। गठित पुलिस टीम द्वारा दोनों अभियुक्तों के निवास मानपुर कोटद्वार, अभियुक्तों के मूल पता ग्राम-चंदायन, थाना-बिनौली जिला बागपत (उ0प्र0) एवं सम्भावित स्थानों पर कई बार दबिशें दी गयी परन्तु अभियुक्तगण लगातार फरार चल रहे थे। पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयास एवं ठोस पतारसी सुरागरसी कर सर्विलान्स की मदद से आज दिनांक 16.12.2022 को अभियुक्त प्रवीण कुमार एवं दीपक कुमार को सिम्बलचौड़ कोटद्वार के पास से गिरफ्तार किया गया। साक्ष्यों के आधार पर अभियोग उपरोक्त में धारा-465 भा.द.वि. की बढ़ोतरी कर अभियुक्तों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
पूछताछ का विवरणः-
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वह आर्मी में भर्ती होना चाहते थे, वे कई बार आर्मी भर्ती में गये लेकिन ऊँचाई (Hight) कम होने के कारण बाहर हो जाते थे। तब उनके मन में ख्याल आया कि उत्तराखण्ड में ऊँचाई (Hight) कम ली जाती है, जिस कारण उनके द्वारा अपना स्थायी निवासी प्रमाण पत्र बनाने के लिये इस प्रकार की कूटरचना की गयी।