गौशाला में हुऐ घोटाले को लेकर गौशाला सेवा आयोग के अध्यक्ष ने नगर आयुक्त को दिया ज्ञापन
कोटद्वार। नगर निगम द्वारा नवनिर्मित गौशाला के निर्माण में हुयी अनियमितताओं व सरकारी धन के दुरूपयोग की जांच कराये जाने एवं गौशाला के संचालन के सम्बन्ध में आज गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पo राजेंद्र अणथवाल ने नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया है।
बताते चले कि संज्ञान नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत सड़कों पर विचरण कर रहे निराश्रित गोवंश को शरण दिए जाने हेतु शासन द्वारा काशीरामपुर तल्ला में गौशाला के निर्माण हेतु नगर निगम, कोटद्वार को धनराशि उपलब्ध करायी थी, किन्तु नवनिर्मित गौशाला के निर्माण में बहुत सी खामियां संज्ञान में आयी है तथा गौशाला में विद्युत / पानी का संयोजन तक नहीं हुआ है।
जिस स्वयं सेवी संस्था को उक्त गौशाला के संचालन का दायित्व दिया गया, उसका अनुबंध ही दोषपूर्ण बताया गया है, क्योंकि अनुबंध में गौशाला में शरणांगत गौवंश के भरण-पोषण पर होने वाले व्यय की कोई व्यवस्था का उल्लेख नहीं है, जिससे संबंधित संस्था से गौशाला में शरणांगत गौवंश का सरंक्षण नहीं हो पा रहा है तथा गौशाला में शरणांगत गौवंश के भरण-पोषण के लिए चारा-दाने की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण गौवंश की स्थिति दयनीय है तथा बहुत से गौवंश की मृत्यु होने की भी बात संज्ञान में आयी है।
ज्ञापन में गौशाला के निर्माण में हुयी अनियमितताओं एवं धन के दुरूपयोग की जांच कराने के साथ-साथ गौशाला के संचालन का दायित्व या तो नगर निगम स्वयं करें या जिस स्वयं सेवी संस्था को इसके संचालन का दायित्व दिया जाय, उसे प्रतिदिन गौवंश के भरण-पोषण पर होने ज्वाले व्यय का भुगतान नगर निगम द्वारा स्वयं किया जाय। उक्त के अतिरिक्त नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत आज भी बहुत से गौवंश सड़कों पर विचरण कर रहे हैं, उन्हें भी उक्त गौशाला अथवा अन्यत्र शरण दिलाये जाने हेतु आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाने की बात रखी है